Chand Dharti se Kitna Dur Hai – चाँद धरती से कितना दूर है? यह सवाल आमतौर पर बच्चों और बड़े लोगों के द्वारा पूछा जाता है। यहाँ आप जानेंगे Chandrama se Prithvi ki Duri kitni hai. यह सवाल इसलिए भी बहुत ज़्यादा पूछा जाता रहा है क्योंकि पृथ्वी और चंद्रमा का एक ख़ास सम्बन्ध है।
क्या चंद्रमा और पृथ्वी की दूरी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ये सवाल भी बहुत लोगों के दिमाग़ में आता होगा।
भारत में चंद्रमा को ‘चंदा मामा’ भी कहकर पुकारा जाता है। इसका अंतरिक्ष में भी बड़ा योगदान है। पृथ्वी पर बहुत सारी गतिविधियाँ चाँद से प्रभावित होती हैं।
Chand Dharti se Kitna Dur Hai (Moon to Earth Distance)
अक्सर पृथ्वी से देखने पर चाँद की दूरी बहुत कम नजर आती। इसलिए लोगों को लगता है की चाँद की दूरी पृथ्वी से बहुत कम है। यह उत्सुकता बच्चों के मन में रहती है कि वे जाने चाँद धरती से कितना दूर है। यहाँ आपको इसकी पूरी और सही जानकारी मिलेगी।
अक्सर आप धरती से चाँद को देखते ही होंगे हर दिन यह एक नई आकृति में दिखाई देता है।
चाँद की दूरी धरती से कितनी है इसका अंदाज़ा भी आप लगाते होंगे, लेकिन सही दूरी कितनी है यह पूरी तरह से अभी तक ज्ञात नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों ने कुछ तकनीकी मदद से पृथ्वी और चाँद की दूरी का अनुमान लगाया है जिसको सच माना जाता है। चंद्रमा से पृथ्वी की दूरी लगभग 3,84,403 (तीन लाख चौरासी हज़ार चार सौ तीन) किलोमीटर या 238857 (दो लाख अड़तीस हज़ार आठ सौ सत्तावन) मील है। चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है इसलिए दोनों के बीच की दूरी घटती – बढ़ती रहती है।
चाँद के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- चंद्रमा दिन भी निकलता है लेकिन सूर्य के प्रकाश के कारण दिखाई नहीं देता है।
- चाँद का केवल 59% हिस्सा धरती से हमें दिखाई देता है।
- चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा को ही पड़ता है।
- चंद्र ग्रहण का कारण पृथ्वी और चंद्रमा के बीच पृथ्वी का आ जाना होता है।
- चंद्रमा का अपना कोई प्रकाश नहीं है यह सूर्य के प्रकाश से चमकता है।
- चंद्रमा का अधिकतम तापमान लगभग 180 डिग्री सेल्सियस है।
- चाँद का वजन लगभग 81 अरब टन है।
- आज तक केवल 12 व्यक्ति ही चाँद पर गए हैं।
- चाँद पर जाने वाला प्रथम व्यक्ति नील आर्मस्ट्रॉंग था।
चाँद पर कविता
चाँद पर हिंदी में बहुत कविताएँ और गीत लिखे गाए हैं जो बच्चों को काफ़ी पसंद आते हैं। इनमें कुछ महत्वपूर्ण हैं।
चंदा मामा दूर के, पुए पकाए बूर के
चंदा मामा दूर के, पुए पकाए बूर के
आप खाए थाली मे, मुन्ने को दे प्याली मे
आप खाए थाली मे, मुन्ने को दे प्याली मे
चंदा मामा दूर के, पुए पकाए बूर के
प्याली गयी टूट, मुन्ना गया रूठ
चाँद का कुर्ता
हठ कर बैठा चाँद एक दिन, माता से यह बोला, “सिलवा दो माँ मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला
सनसन चलती हवा रात भर, जाड़े से मरता हूँ, ठिठुर-ठिठुरकर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ।
आसमान का सफर और यह मौसम है जाड़े का, न हो अगर तो ला दो कुर्ता ही कोई भाड़े का ”
बच्चे की सुन बात कहा माता ने, “अरे सलोने ! कुशल करें भगवान, लगें मत तुझको जादू-टोने
जाड़े की तो बात ठीक है, पर मैं तो डरती हूँ, एक नाप में कभी नहीं तुझको देखा करती हूँ
कभी एक अंगुल भर चौड़ा, कभी एक फुट मोटा, बड़ा किसी दिन हो जाता है, और किसी दिन छोटा।
घटता-बढ़ता रोज किसी दिन ऐसा भी करता है, नहीं किसी की भी आँखों को दिखलाई पड़ता है।
अब तू ही ये बता, नाप तेरा किस रोज़ लिवाएँ, सी दें एक झिंगोला जो हर रोज बदन में आए?”
चाँद से सम्बंधित सवाल
चाँद पर सबसे पहले कौन गया है?
चाँद पर सबसे पहले अमेरिका के नील आर्मस्ट्रोंग गए हैं। वह ऐसे पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने चंद्रमा पर सबसे पहले पैर रखा है।
क्या चाँद पर पानी है?
कुछ वैज्ञानिकों ने खोज की है कि चंद्रमा पर पानी मौजूद है।
क्या चंद्रमा पर जीवन सम्भव है?
नहीं, अभी तक चंद्रमा पर जीवन जीने के लिए अनुकूल स्थिति नहीं। चंद्रमा पर कुछ जरुरी संसाधनों के साथ जीवन बहुत कम समय के लिए जिया जा सकता है लेकिन पृथ्वी जितना आसान नहीं है।